Aarambh Hai Prachand Lyrics in Hindi from the Movie Gulaal sung by Piyush Mishra Composed by Piyush Mishra Lyrics penned by Piyush Mishra. Gulaal Movie Cast K K Menon, Mahi Gill.
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📌 Song Title
Aarambh Hai Prachand
🎞️ Album
Gulaal
🎤 Singer(s)
Piyush Mishra
🎝 Music
Piyush Mishra
🖊 Lyrics Writer(s)
Piyush Mishra
🏷 Label
T-Series
Aarambh Hai Prachand Lyrics in Hindi
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
कृष्ण की पुकार है
ये भागवत का सार है
कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है
कौरोवों की भीड़ हो या
पांडवों का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है
जीत की हवस नहीं
किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें
ये जाके आसमान में दहाड़ दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो
रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो
या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो
जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवि को आज तुम नकार दो
भीगती मासों में आज, फूलती रगों में आज
आग की लपट का तुम बघार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
मन करे सो प्राण दे
जो मन करे सो प्राण ले
वोही तो एक सर्वशक्तिमान है
कृष्ण की पुकार है
ये भागवत का सार है
कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है
कौरोवों की भीड़ हो या
पांडवों का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है
जीत की हवस नहीं
किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूँ डरें
ये जाके आसमान में दहाड़ दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
वो दया भाव या कि शौर्य का चुनाव
या कि हार का वो घाव तुम ये सोच लो
या की पुरे भाल पे जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल तुम ये सोच लो
रंग केशरी हो या मृदंग केशरी हो
या कि केशरी हो ताल तुम ये सोच लो
जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवि को आज तुम नकार दो
भीगती मासों में आज, फूलती रगों में आज
आग की लपट का तुम बघार दो
आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड
आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन-बान शान या कि जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..
आरंभ है प्रचंड..
Aarambh Hai Prachand Lyrics in English
Aarambh hai prachand bol mastakon ke jhund
Aaj jung ki ghadi ki tum guhaar do
Aarambh hai prachand bol mastakon ke jhund
Aaj jung ki ghadi ki tum guhaar do
Aan baan shaan ya ki jaan ka ho daan
Aaj ik dhanush ke baan pe utaar do
Aarambh hai prachand bol mastakon ke jhund
Aaj jung ki ghadi ki tum guhaar do
Aan baan shaan ya ki jaan ka ho daan
Aaj ik dhanush ke baan pe utaar do
Aarambh hai prachand
Mann kare so praan de
Jo mann kare so praan le
Wahi toh ek sarvshaktimaan hai
Mann kare so praan de
Jo mann kare so praan le
Wahi toh ek sarvshaktimaan hai
Ksishna ki pukaar hai
Yeh bhaagwat ka saar hai
Ki yuddh hi veer ka pramaan hai
Kauravo ki bheed ho ya
Paandavo ka neerd ho
Jo lad saka hai
Woh hi toh mahaan hai
Jeet ki hawas nahi
Kisi pe koyi vash nahi
Kya jindagi hai thokaro pe maar do
Maut ant hai nahi toh maut se bhi kyun darein
Ye jaake aasmaan mein dahaad do
Aarambh hai prachand bol mastakon ke jhund
Aaj jung ki ghadi ki tum guhaar do
Aan baan shaan ya ki jaan ka ho daan
Aaj ik dhanush ke baan pe utaar do
Aarambh hai prachand..
Woh daya ka bhaav ya ki shaurya ka chunaab
Ya ki haar ka woh ghabh tum yeh soch lo
Woh daya ka bhaav ya ki shaurya ka chunaab
Ya ki haar ka woh ghabh tum yeh soch lo
Yaa ki pure bhaal par jala rahe vijay ka laal
Laal yeh gullal tum soch lo
Rang kesari ho ya mridang kesari ho
Ya ki kesari ho taal tum yeh soch lo
Jis kavi ki kalpana mein jindagi ho prem geet
Uss kavi ko aaj tum nakaar do
Bhigati mason mein aaj, phulati ragon mein aaj
Jo aag ki lapat ka tum bakhaar do
Aarambh hai prachand bol mastakon ke jhund
Aaj jung ki ghadi ki tum guhaar do
Aan baan shaan ya ki jaan ka ho daan aaj
Ik dhanush ke baan pe utaar do
Aarambh hai prachand..
Aarambh hai prachand..
Aarambh hai prachand.